दोस्तों अल्लामा इक़बाल शायरी के मैदान में कितना बड़ा नाम है आज हर कोई इस बात से वाक़िफ़ है। अगर शायरी की बात की जाए और इनका नाम ना लिया जाए। ऐसा हो ही नहीं सकता। इनका कोई भी शेर ऐसा नहीं है जो हिकमत से ख़ाली और जो हमारी समझ बूझ में अज़ाफ़ा ना करे, इसलिए इनकी शायरी का चर्चा दुनिया भर में होता है।
वैसे तो इनकी हर शायरी दिल को छू लेने वाली होती है लेकिन इनकी ज़्यादातर शायरी फ़ारसी ज़बान में होने की वजह से बहुत से लोगों को समझ में नहीं आती।
इसलिए दोस्तों आज के इस पोस्ट में हममेम्बर के साथ डॉ. अल्लामा इक़बाल की शायरी उर्दू हिंदी दोनों ही ज़बान में आप से शेयर कर रहे हैं ताकि हर कोई इनकी शायरी पढ़ कर समझ सके।
इस पोस्ट में अल्लामा इक़बाल की शायरी आप को उर्दू ज़ुबान में HD Pictures के रूप में मिलेंगी जिन्हें आप अपने फ्रेंड्स और फ़ॅमिली मेम्बर के साथ WhatsApp, Facebook और Instagram वग़ैरा पर शेयर कर सकते हैं।
शायरी पढ़ने से पहले अगर आप इनकी इन्ही टॉप 20 शायरी को विडियो के रूप में देखना चाहते हैं तो नीचे हम ने विडियो भी दे दी है वरना नीचे आप उनकी शायरी को उर्दू और हिंदी दोनों ज़बान में पढ़ सकते हैं।
20 Best Allama Iqbal Shayari in Urdu Hindi
Shayari: #1
कौन ये कहता है, ख़ुदा नज़र नहीं आता
वही तो नज़र आता है जब कुछ नज़र नहीं आता
—अल्लामा इक़बाल
Shayari: #2
सजदों के इवज़ फ़िरदौस मिले ये बात मुझे मंज़ूर नहीं
बे लौस़ इबादत करता हूँ बंदा हूँ तेरा मज़दूर नहीं
—अल्लामा इक़बाल
Shayari: #3
तेरे आज़ाद बंदों की न ये दुनिया न वो दुनिया
यहाँ मरने की पाबंदी वहाँ जीने की पाबंदी
—अल्लामा इक़बाल
Shayari: #4
यूँ तो ख़ुदा से माँगने जन्नत गया था मैं
करबो बला को देख कर निय्यत बदल गयी
—अल्लामा इक़बाल
Shayari: #5
दिल में ख़ुदा का होना लाज़िम है इक़बाल
सजदों में पड़े रहने से जन्नत नहीं मिलती
—अल्लामा इक़बाल
Shayari: #6
दिल पाक नहीं तो पाक हो सकता नहीं इंसाँ
वरना इबलीस को भी आते थे वुज़ू के फ़रायज़ बहुत
—अल्लामा इक़बाल
Shayari: #7
दिलों की इमारतों में कहीं बंदगी नहीं
पत्थर की मस्जिदों में ख़ुदा ढूँढते हैं लोग
—अल्लामा इक़बाल
Shayari: #8
बात सजदों की नहीं ख़ुलूस ए दिल की होती है इक़बाल
हर मैख़ाने में शराबी और हर मस्जिद में नमाज़ी नहीं होता
—अल्लामा इक़बाल
Shayari: #9
सजदा खालिक़ को भी इबलीस से याराना भी
हश्र में किस से मोहब्बत का सिला माँगे गा?
—अल्लामा इक़बाल
Shayari: #10
ख़ुदी को कर बुलंद इतना के हर तक़दीर से पहले
ख़ुदा बंदे से ख़ुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है
—अल्लामा इक़बाल
Shayari: #11
क्यों मन्नतें माँगता है औरों के दरबार से इक़बाल
वो कौन सा काम है जो होता नहीं तेरे परवरदिगार से
—अल्लामा इक़बाल
Shayari: #12
अल्लाह को भूल गए लोग फ़िक्र रोज़ी में
तलाश रिज़्क़ की है राज़िक का ख़्याल ही नहीं
—अल्लामा इक़बाल
Shayari: #13
हँसी आती है मुझे हसरते इंसान पर
गुनाह करता है ख़ुद लानत भेजता है शैतान पर
—अल्लामा इक़बाल
Shayari: #14
मैं तुझ को तुझ से ज़्यादा चाहूँगा
मगर शर्त है अपने अंदर मेरी जुस्तजु पैदा कर
—अल्लामा इक़बाल
Shayari: #15
न तू ज़मीं के लिए है न आसमाँ के लिए
जहाँ है तेरे लिए तू नहीं जहाँ के लिए
—अल्लामा इक़बाल
Shayari: #16
सुबह को बाग़ में शबनम पड़ती है फ़क़त इसलिए
के पत्ता पत्ता करे तेरा ज़िक्र बा वजू हो कर
—अल्लामा इक़बाल
Shayari: #17
मेरे बचपन के दिन भी क्या ख़ूब थे इक़बाल
बेनमाज़ी भी था और बेगुनाह भी
—अल्लामा इक़बाल
Shayari: #18
दिल से जो बात निकलती है अस़र रखती है
पर नहीं ताक़ते परवाज़ मगर रखती है
—अल्लामा इक़बाल
Shayari: #19
जफ़ा जो इश्क़ में होती है वो जफ़ा ही नहीं
सितम न हो तो मोहब्बत में कुछ मज़ा ही नहीं
—अल्लामा इक़बाल
Shayari: #20
नशा पिला कर गिराना तो सब को आता है
मज़ा तो जब है के गिरतों को थाम ले साक़ी
—अल्लामा इक़बाल
तो दोस्तों ये थीं अल्लामा इक़बाल की शायरी उर्दू और हिंदी दोनों भाषावों में। इसी तरह की और भी मशहूर लोगों की शायरी हम आप तक आगे भी पहुँचाते रहेंगे।
आप को डॉ. इक़बाल की शायरी कैसी लगी, कमेंट करके ज़रूर बताएँ और ऐसी ही शायरी और अक़वाले ज़रीन पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट QeemtiQuotes.com पर आते रहें।